शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां

  1. शूद्रक और वीरवर की कहानी I हितोपदेश की कहानियां I शिक्षाप्रद कहानियां
  2. तीन मित्र और ज्ञान का घमंड
  3. शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां
  4. मजेदार कहानियां
  5. बच्चों की शिक्षाप्रद कहानियां
  6. चमत्कारी मटके का पानी
  7. शिक्षाप्रद कहानियाँ
  8. ‎Apple Podcasts -《Kahani Sangrah》


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शूद्रक और वीरवर की कहानी I हितोपदेश की कहानियां I शिक्षाप्रद कहानियां

शूद्रक और वीरवर की कहानी हितोपदेश की शूद्रक और वीरवर की कहानी राजा और राजसेवक की सर्वश्रेष्ठ कहानी है। किसी समय शूद्रक नामक राजा राज्य किया करता था। उसके राज्य में वीरवर नामक महाराजकुमार किसी देश से आया और राजा की ड्योढ़ी पर आ कर द्वारपाल से बोला, मैं राजपुत्र हूँ, नौकरी चाहता हूँ। राजा का दर्शन कराओ। फिर उसने उसे राजा का दर्शन कराया और वह बोला– महाराज, जो मुझ सेवक का प्रयोजन हो तो मुझे नौकर रखिये, शूद्रक बोला – तुम कितनी तनख्वाह चाहते हो ? वीरवर बोला — नित्य पाँच सौ मोहरें दीजिये। राजा बोला — तेरे पास क्या- क्या सामग्री है ? वीरवर बोला दो बाँहें ओर तीसरा खड्ग। राजा बोला यह बात नहीं हो सकती है। यह सुनकर वीरवर चल दिया। मंत्रियों की सलाह फिर मंत्रियों ने कहा हे महाराज, चार दिन का वेतन दे कर इसका स्वरुप जान लीजिये कि यह क्या उपयागी है, जो इतना धन लेता है या उपयोगी नहीं है। फिर मंत्री के वचन से बुलवाया और वीरवर को बीड़ा देकर पाँच सौ मोहरें दे दी। और उसका काम भी राजा ने छुप कर देखा। वीरवर ने उस धन का आधा देवताओं को और ब्राह्मणों को अपंण कर दिया। बचे हुए का आधा दुखियों को, उससे बचा हुआ भोजन के तथा विलासादि में खर्च किया। यह सब नित्य काम करके वह राजा के द्वार पर रातदिन हाथ में खड्ग लेकर सेवा करता था और जब राजा स्वयं आज्ञा देता, तब अपने घर जाता था। रोने की आवाज फिर एक समय कृष्णपक्ष की चौदस के दिन, रात को राजा ने रोने की आवाज सुनी।शूद्रक ने पूछा यहाँ द्वार पर कौन- कौन है ? वीरवर ने कहा महाराज हूँ। राजा ने कहा इतनी रात कौन रो रहा है पता लगाओ। जैसी महाराज की आज्ञा, यह कहकर वीरवर चल दिया। राजा ने सोचा यह उचित नहीं है कि इस राजकुमार को मैंने घने अंधेरे में जाने की आज्ञा दी। मैं भी पीछे ...

तीन मित्र और ज्ञान का घमंड

शिक्षाप्रद कहानी “तीन मित्र और ज्ञान का घमंड”- मजेदार कहानियाँ, शिक्षाप्रद कहानियां, ज्ञानवर्धक कहानियाँ, मजेदार कहानीयाँ, अच्छी अच्छी कहानियां पढ़ने आप हमारी वेबसाइट पर आते हैं तो आज हम आपको “तीन मित्र और ज्ञान का घमंड” नामक मजेदार और शिक्षाप्रद मजेदार कहानी बताने जा रहे हैं जो एक प्रेरक कहानी और शिक्षाप्रद हिंदी कहानी है। तीन मित्र और ज्ञान का घमंड – Educational Story in hindi बहुत पुरानी बात है एक गुरुकुल में कुछ छात्र पढ़ा करते थे। उनमें तीन छात्रों घनिष्ठ मित्र थे वह साथ में ही बैठा करते, खाना साथ में खाते, भिक्षा मांगने भी साथ ही जाया करते थे। उनकी मित्रता काफी घनिष्ठ है यह बात सब जानते थे यहाँ तक की गुरूकुल के शिक्षकों तक को यह बात ज्ञात थी। इसलिए शिक्षक उन तीनों को भिक्षा मांगने के लिए एक साथ ही भेजा करते थे। उन तीन मित्रों में दो पढ़ने में काफी होशियार थे लेकिन एक पढ़ने में थोड़ा सा कमजोर था किन्तु वह व्यवहार में चतुर था। बाकी दो मित्रों के पढ़ने में काफी कार्यकुशल होने के कारण तीसरे को कई बार बाकि छात्र शर्मिंदा किया करते थे लेकिन वह फिर भी उन्हीं मित्रों के साथ रहता था। धीरे-धीरे तीनों मित्रों में से पढ़ने में होशियार दोनों मित्रों को अपने ज्ञान पर काफी घमंड होने लग गया था, तीसरा मित्र उन्हें समझाता की अपने ज्ञान पर इतना घमंड न करो यह ठीक बात नहीं है घमंड करने वाले का अंत सदैव बुरा होता है लेकिन विद्या और ज्ञान के घमंड में चूर दोनों मित्रों ने अपने तीसरे मित्र की बात न मानी और उनका अहंकार दिन पर दिन बढ़ता ही चला गया अब तो वह अन्य सहपाठियों के साथ-साथ कुछ गुरुजनों के भी अपमान करने लगे, इन हरकतों पर उनके तीसरे मित्र ने बहुत समझाया पर वे न माने। एक बार तीनों मित्र एक गांव ...

शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां

कई सालो पहले की ये बात है. एक गांव में एक आदमी रेहता था जिसके पास एक बड़ा फलो का बगीचा था.उसने कई फलों के पेड़ लगाए थे और वो इतना मेहनती और जानकर था कि जब तक उसके लगाए पेड़ फल नहीं देते तब तक उनकी देखभाल करता था. परिणाम स्वरूप उसके अपने और आसपास के कई गावों के किसी भी व्यक्ति के बगीचों से उसका बगीचा हमेशा हराभरा और फलों से लदा रहता था. प्राचीन शिक्षाप्रद कहानी एक दिन वो आदमी अपने बेटे को लेकर अपने फलों के बगीचे में पके हुए फल तोड़ने आया ताकि वो उन्हें बेच कर पैसे कमा सके तब उसने देखा कि एक अनजान आदमी उसके बगीचे के एक पेड़ पर बैठा है और पेड़ से पके हुए फल तोड़ रहा है. उसे बहोत गुस्सा आया और वो तुरंत चिल्लाकर बोला कि तुम मेरे पेड़ पर क्या कर रहे हो, क्या तुम्हे शर्म नहीं आती जो तुम बिना मेरी परमीशन के मेरे बगीचे से फल तोड़ रहे हो? शाखा पर बैठे अजनबी ने माली की ओर देखा लेकिन जवाब नहीं दिया और फल चुनना जारी रखा. माली बहुत गुस्से में था और हो भी क्यों ना सालो तक मेहनत कर उसने इतना शानदार फलोवाला बगीचा पाया था,वो फिर से चिल्लाया, मैंने इन पेड़ों की देखभाल की है, आपको मेरी अनुमति के बिना फल लेने का कोई अधिकार नहीं है, इसलिए पेड़ से नीचे उतर जाओ . वो अजनबी आदमी पेहले तो कुछ नहीं बोला पर बगीचे का मालिक जब बार बार उस नीचे उतरने के लिए कहने लगा तब उसने उत्तर दिया कि मैं नीचे क्यों आऊं यह भगवान का बगीचा है और मैं भगवान का सेवक हूं इसलिए मुझे इन फलों को लेने का अधिकार है, आपको भगवान के काम में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और मेरी तरह आप भी भगवान के नौकर ही है. माली को उस अनजान आदमी की बातों पर बहुत आश्चर्य हुआ लेकिन वो काफी समझदार था तो उसने इस अजनबी को सबक सिखाने के लिए एक योजना बनाई मली...

मजेदार कहानियां

4 मजेदार कहानी #4 – दसवां अंश परमेश्वर का है. मजेदार कहानी #1 – सोने के अंडे देने वाली हजारों मुर्गियां I mage by मजेदार-कहानियां दोस्तों आपने सोने देने वाली मुर्गी की मजेदार कहानी तो अवश्य सुनी होंगी लेकिन ये कहानी है उसके आगे की. ये छोटी सी कहानी लिखी हुई हमारे जीवन को बदल सकती है. रामू जिसके घर में एक सोने के अंडे देने वाली मुर्गी आई थी और वह अंडे बेच बेच कर अमीर हो चूका था लेकिन लालच में आकर उसने उस मुर्गी के सारे अंडे निकालने के चक्कर में मुर्गी को काट डाला था. तो वो सोने के अंडे मिलना बंद हो गए थे. और अपनी खर्च करने की बुरी आदत के कारण वह बहुत जल्दी ही कंगाल हो गया. आज वही रामू दूसरे शहर में नौकरी ढूढने के लिए दर दर भटक रहा है. उसी समय उसके पास एक व्यक्ति चमचमाती कार रूकती है. और उसमें से उस शहर का सबसे धनी व्यक्ति बाहर निकलता है और रामू को गले लगाते हुए कहता है. मैं कितने समय से तुम्हें ढूढ़ रहा हूँ. आपने मेरे जीवन को बदल दिया. आप कहाँ थे. रामू आश्चर्य से पूछता है. साहब जी मैं आपको नहीं जानता आप कौन हैं. शायद आपको कोई गलत फहमी हो रही है. धनी व्यक्ति ने कहा, मैं आपके कैसे भूल सकता हूँ आपने मेरी जिन्दगी बदली है. आपके कारण ही मैं आज इतना धनी व्यक्ति हो पाया हूँ. रामू ने कहा वो कैसे. धनी व्यक्ति ने बताया… जब रामू ने उसे सोने के अंडे बेचे थे उस समय यह व्यक्ति ने सोचा यदि कोई मुर्गी सोने के अंडे दे सकती है तो उस अंडे से भी चूजे और मुर्गियां निकल सकती हैं… इस विचार से मैंने उस अंडे को एक साधारण मुर्गी के अन्डो के साथ सेने के लिए नीचे रख दिया और कुछ दिन बाद मैंने देखा कि उस अंडे से एक चूजा निकला और उसकी मैंने अच्छी देख भाल किया और वो चूजा एक सुनहरी मुर्गी बन गया. और कुछ दिनो...

बच्चों की शिक्षाप्रद कहानियां

दोस्तों आज हम Baccho ki shikshaprad kahaniyan लेकर आए हैं। कहानियों से बच्चों को मनोरंजन के साथ कुछ सीखने भी मिलता है। आजकल दोस्तों बच्चों को कहानी सुनाने का प्रचलन थोड़ा कम होता जा रहा है पर ऐसा नहीं है कि यह पूरी तरह बंद हो गया है। आज भी बच्चों को कहानियां सुनकर और पढ़कर बहुत आनंद आता है और उनके नैतिक मूल्यों में भी वृद्धि होती है। कहानियां मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान का भी भंडार होती है बच्चों की शिक्षाप्रद कहानियां बच्चों में ज्ञान की वृद्धि के साथ साथ उनके नैतिक विकास में भी वृद्धि होती है। Table of Contents • • • Baccho ki shikshaprad kahaniyan – महान राजा प्राचीन काल की बात है भारत में एक छोटे से राज्य के राजा जो अपने नियम और अनुशासन के लिए बहुत मशहूर थे। एक बार उनके राज्य में घरों में आग लगने की घटनाएं प्रारंभ हुई। हर दिन किसी ना किसी के घर में आग लग जाया करती इससे राजा और प्रजा सभी परेशान थे। राजा ने इस समस्या के लिए यह आदेश जारी किया कि सबको अपने घर की निगरानी करनी है और यह पता लगाना है कि यह आग कैसे लग रही है और कौन लगा रहा है राजा ने यह भी घोषणा की अगर जिसके घर में आग लगती है तो उसको कुछ दिन के लिए जंगल में रहना पड़ेगा। राजा के इस फैसले को देखते हुए सभी ने अपने अपने घरों की सुरक्षा का जिम्मा स्वयं उठाया और रात रात भर जाग कर अपने घरों की रक्षा की कुछ दिन तक राज्य में किसी के भी घर में आग नहीं लगी पर एक दिन संयोगवश राजा के महल में ही आग लग गई। इस घटना से राजा ने अपने वचन के अनुसार जंगल में रहने का फैसला किया राजा के दरबारियों ने , राज्य के निवासियों ने और सभी लोगों ने राजा को मनाने की कोशिश की पर राजा अपने फैसले पर अडिग रहे और कहते रहे यह फैसला राज्य के प्रतीक नावेद...

चमत्कारी मटके का पानी

चमत्कारी मटके का पानी बहुत समय पुरानी बात है एक तेलंग नामक कस्बे में नामुनि नाम का एक बुजुर्ग रहता था। वह बहुत ही दयालु और साफ़ मन वाला आदमी था, साथ ही वह काफी परोपकारी भी था। गर्मियों का समय था नामुनि बहुत दूर पैदल चलकर एक घड़ा पानी भर कर लाया था, उसका स्वास्थ्य भी कुछ ठीक नहीं था सो वह आराम कर रहा था। धीरे-धीरे दिन ढल गया और शाम हो गयी अब घड़े में बहुत कम पानी ही बचा था और अब इसी पानी में रात गुजारनी पड़ेगी क्योंकि पानी लेने जाना काफी मेहनत का काम था और अस्वस्थ होने के कारण नामुनि के लिए पानी लेने जाना काफी कठिन था सो वह पानी बहुत ही संभाल के इस्तेमाल करना था। तभी नामुनि के द्वार पर एक बुजुर्ग आगंतुक आया और नामुनि से पानी पिलाने की गुहार करने लगा। यह देख नामुनि संकट में पड़ गया कि अब कैसे इस समस्या से निदान पाया जाये, पानी पिलाना पुण्य का काम है और पानी के लिए मना किया तो यह पाप होगा और पानी पीला दिया तो फिर से पानी भरने दूर जाना पड़ेगा और इस अस्वस्थ हालत में कहीं भी जाना मुमकिन नहीं है। धर्मसंकट वाली स्थिति थी लेकिन नामुनि ने पानी पिलाने का निर्णय किया और एक लोटा पानी लाके उस बुजुर्ग को दे दिया। बुजुर्ग भी एक ही साँस में पूरा पानी पी गया और एक लोटा और पानी माँगा। घड़े में बहुत ही कम पानी बचा था। नामुनि को पता था अब तो जरा सा ही पानी बचा है सो नामुनि ने पूरा घड़ा उलट कर लोटा भर दिया। बुजुर्ग फिर एक ही साँस में पुरा पानी पी गया और नामुनि को धन्यवाद देकर चला गया। अब नामुनि सोच में था कि बिना पानी के रात कैसे कटेगी तभी एक परिचित नामुनि के पास आया और बातें करने लगा तभी उसने नामुनि से पानी पिलाने को कहा तो नामुनि ने बताया की पानी खत्म हो चूका है। इस पर उस परिचित व्यक्ति ने हंसकर नामु...

शिक्षाप्रद कहानियाँ

Kmsraj51 की कलम से….. ♦ दोषी कौन है? ♦ स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां थी। नरपत काका के चारों बेटे खेतों में जी जान से जोर लगा रहे थे। उम्मीदें सब की ये थी कि इस बार खूब फसल होनी चाहिए। फसल से जो कमाई होगी, बाबा वह जरूर हमारी शिक्षा पर खर्च करेंगे। नरपत काका अपना पेट मसोस मसोसकर बच्चों की अच्छी तालीम के हर संभव प्रयास करते रहते थे। प्राथमिक से लेकर कॉलेज तक की पढ़ाई। चार – चार बेटों का लाखों का खर्च। काका की दो चार बीघा जमीन से कैसे तैयार हो पाता ये तो वही जाने। काका का कोई सरकारी रोजगार भी तो नहीं है ना। अबकी चारों कॉलेज से अच्छी डिग्रियां लेकर प्रशिक्षण की जिद पर अड़े हुए हैं। काका भी दिल से प्रशिक्षण कराने की सोचता है। जानता है प्रशिक्षण के बिना सरकारी नौकरियां नहीं मिलने वाली पर माली हालत इजाजत नहीं देती है। बैंक में गिरवी दो चार बीघा जमीन है, उसे बैंक में गिरवी रखकर बड़े वाले को शहर डिग्री के बाद प्रशिक्षण हेतु भेज देते हैं। कुछ फसल का जुगाड़ था और कुछ बैंक से ले लिया। बाकी के तीनों को ढाढस बंधाता है। “बच्चों तुम अभी छोटे हो। भैया जब प्रशिक्षण पूरा कर लेगा ना तब तुम्हें भी बारी – बारी से मौका दूंगा।” बाबा की आंखों की कोरों पर आते आंसुओं को देखकर सब सहमत हो जाते हैं। बड़े वाला साल भर का प्रशिक्षण लाखों का डोनेशन देकर जब घर लौटता है तब तक तीनों बेटों और बाप ने एड़ी चोटी का दम लगा कर बैंक का हिसाब-किताब चुकता कर दिया था। वह तो कृषि कार्ड की लिमिट थी। उसी लिमिट से पैसा निकाल कर दूसरे को उसकी डिग्री के हिसाब से प्रशिक्षण को भेज दिया। उसका भी कुछ यूं ही निभा। इस बार दिक्कत कुछ ज्यादा रही। सूखे की मार फसलों से इतनी कमाई नहीं करवा पाई, जितना कि पिछली बार हुई थी। पर फिर भी आ...

‎Apple Podcasts -《Kahani Sangrah》

I am Monika. welcome to this podcast, https://biblevani.com/ here you will listen the greatest stories of the world these stories are not mine but i have read and heard from somewhere due to that the source are not possible to provide so enjoy listening this stories motivational short story in hindi, Motivational Story in Hindi For Success, रियल लाइफ स्टोरी इन हिंदी, Motivational Story for Students in Hindi, Motivational story, motivational story in hindi, बेस्ट मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी, शार्ट मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी, टाइम मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी, सफलता Motivational Story in Hindi, प्रेरणादायक हिंदी कहानियां, प्रेरणादायक छोटी कहानियाँ, प्रेरणादायक कहानी छोटी सी, अच्छी प्रेरणादायक कहानियाँ, अत्यंत प्रेरणादायक कहानी, स्कूली बच्चों के लिए प्रेरणादायक नैतिक कहानियों, प्रेरक लघु कहानियां, प्रेरक प्रसंग लघु कहानियां, महापुरुषों की प्रेरक कहानियां, ज्ञानवर्धक प्रेरक प्रसंग, कॉलेज के छात्रों के लिए प्रेरणादायक कहानियों, जीवन को बदलने वाली बातें, जिंदगी की कुछ खास बातें, जिंदगी की कुछ सच्ची बातें, #rajeshkumarbavaria #monikabavaria #Motivationalshortstories, #Hindishortstories,#Latestkahaniya, #Kahani, #Story, #Stories, #funnystoriesinhindi, #suspensestories, #motivationalstories, #hindimoralstories, #hindistorieschannel, #hindistories, #dadadadikikahaniya, #prernadaayakkahaniya, hindi stories for kids, hindi stories with moral, moral stories for childrens in hindi, story for kids in hindi, कहानी इन हिंदी, रोचक कहानी इन हिंदी, बाल कहानी इन हिंदी, शिक्षाप्रद बाल कहानी, छोटी शिक...