प्रति चुंबकीय पदार्थ के गुण

  1. सामग्री के चुंबकीय गुण
  2. [Solved] निम्नलिखित में से किस पदार्थ के चुंबकीय गुण क�
  3. अनु चुम्बकीय तथा प्रति चुम्बकीय पदार्थो के बीच क्या अंतर है? » Anu Chumbakiy Tatha Prati Chumbakiy Padartho Ke Beech Kya Antar Hai
  4. चुम्बकीय प्रवृत्ति धनात्मक है
  5. चुम्बकीय प्रवृत्ति (Magnetic susceptibility)
  6. प्रति चुम्बकीय पदार्थ , अनुचुम्बकीय पदार्थ , लौह चुम्बकीय types of magnetic substances – 11th , 12th notes In hindi


Download: प्रति चुंबकीय पदार्थ के गुण
Size: 68.63 MB

सामग्री के चुंबकीय गुण

जब में रखा का एक चुंबकीय क्षेत्र एक वस्तु, अपने "" व्यवहार और घरेलू संरचनात्मक परिवर्तन के प्रकार सामग्री जिसमें से वस्तु बना है पर निर्भर करेगा। पैरामैग्नेटिक, लौह-चुंबकीय और प्रति-लौहचुंबकीय, ferrimagnetic और प्रति-चुंबकीय: सभी ज्ञात सामग्री पांच मुख्य समूहों में विभाजित किया जा सकता है। इस वर्गीकरण के अनुसार, सामग्री के विभिन्न चुंबकीय गुण। पता लगाने के लिए इन नियमों के पीछे छिपा है, और अधिक विस्तार में प्रत्येक समूह पर विचार करें। अनुचुम्बकत्व के गुणों का प्रदर्शन करते पदार्थ, चुंबकीय पारगम्यता बाहरी चुंबकीय क्षेत्र है जिसमें वस्तु बदल जाता है के मूल्य की परवाह किए बिना, एक सकारात्मक संकेत के साथ होती है। इस समूह का सबसे अच्छा ज्ञात प्रतिनिधि हैं नाइट्रिक ऑक्साइड और ऑक्सीजन गैस, क्षारीय-पृथ्वी और क्षारीय समूहों और लौह नमक। उच्च चुंबकीय संवेदनशीलता सकारात्मक निशान निहित ferromagnets (1 मिल। पहुँचता है)। बाहरी क्षेत्र और तापमान संवेदनशीलता की तीव्रता पर निर्भर होने के नाते काफी अंतर होता है। महत्वपूर्ण रूप से, के बाद से प्राथमिक कणों के क्षणों संरचना में अलग sublattices कर रहे हैं, इस समय के कुल मूल्य शून्य है। खिताब के लिए के रूप में, और गुणों में से कुछ पर वे लौह-चुंबकीय सामग्री के करीब हैं। वे गर्मी और क्षेत्र ताकत की संवेदनशीलता के उच्च निर्भरता से एकजुट हो रहे हैं, लेकिन वहाँ मतभेद हैं। चुंबकीय संवेग sublattices परमाणुओं में रखा, एक दूसरे के बराबर नहीं हैं फिर भी, पिछले समूह के विपरीत, कुल पल अशून्य है। मादक द्रव्यों के सहज चुंबकन में निहित। संचार antiparallel sublattices। सबसे अच्छा ज्ञात ferrites। इस समूह के यौगिकों के चुंबकीय गुण अधिक हैं, इसलिए वे अक्सर कला में ...

[Solved] निम्नलिखित में से किस पदार्थ के चुंबकीय गुण क�

सही उत्तर प्रति चुंबकत्वहै​। Key Points • प्रति चुंबकत्व, सभी चुंबकीय पदार्थों का सार्वभौमिक गुण है। यह सभी पदार्थों में उपस्थित होता है। • प्रभाव ज्यादातर स्थितियों में इतना कमजोर होता है कि यह अन्य प्रभावों जैसे कि अनु चुंबकत्व, लौह चुंबकत्व इत्यादि द्वारा स्थानांतरित हो जाता है। Additional Information • प्रति चुंबकत्व, पदार्थों का चुंबकीय गुण है जिसके द्वारा यह बाहरी चुंबकीय क्षेत्र के कमजोर हिस्से में मजबूत हिस्से में स्थानांतरित करने के लिए होता है। • बिस्मथ, कॉपर, लीड, सिलिकॉन, नाइट्रोजन, पानी और सोडियम क्लोराइड आदि प्रतिचुम्बकीय पदार्थ के कुछ उदाहरण हैं। • अनु चुंबकत्व, पदार्थ का चुंबकीय गुण है जिसके द्वारा यह बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर कमजोर रूप से चुंबकित हो जाता है। • उनके पास कमजोर चुंबकीय क्षेत्रसे मजबूत चुंबकीय क्षेत्र में स्थानांतरण करने प्रवृत्ति होती है। • वे कमजोर रूप से एक चुम्बक से आकर्षित हो जाते हैं। • ऐल्युमिनियम, सोडियम, कैल्शियम, ऑक्सीजन और कॉपर क्लोराइड आदि कुछ अनुचुम्बकीय पदार्थके उदाहरण हैं । • लौह चुंबकत्व,पदार्थ का चुंबकीय गुण है जिसके द्वारा बाहरी चुंबकीय क्षेत्र में रखे जाने पर यह दृढ़ता से चुंबकित हो जाता है। • उनके पास कमजोर चुंबकीयक्षेत्र से मजबूत चुंबकीय क्षेत्र में स्थानांतरण करने की मजबूत प्रवृत्तिहोती है। • वे एक चुंबक से दृढ़ता से आकर्षित होते हैं। • लौह, निकल, कोबाल्ट और संक्रमण धातु लौहचुम्बकीय पदार्थों के कुछ उदाहरण हैं। • विद्युत चुंबकत्व, भौतिकी की वह शाखा है जो विद्युत चुम्बकीय बलों के अध्ययन से संबंधित है।

अनु चुम्बकीय तथा प्रति चुम्बकीय पदार्थो के बीच क्या अंतर है? » Anu Chumbakiy Tatha Prati Chumbakiy Padartho Ke Beech Kya Antar Hai

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रसन्न है चमके तथा प्रति चमके पदार्थों के बीच क्या अंतर है हमें चमके पदार्थों का बैग और उसमें पदार्थ भाव से आरोपित चमके क्षेत्र चमके क्षेत्र की दिशा में चमके क्षेत्र पैदा करते हैं यह पदार्थ भाई चमके क्षेत्र द्वारा आकर्षित किए जाते हैं इनका व्यवहार फिर से चमके क्षेत्र से ठीक ही उल्टा होता है और पंचम के पदार्थ होते हैं टंगस्टन हरमोनियम ऑक्सीजन हत्या दी aapka prasann hai chamke tatha prati chamke padarthon ke beech kya antar hai hamein chamke padarthon ka bag aur usme padarth bhav se aropit chamke kshetra chamke kshetra ki disha mein chamke kshetra paida karte hain yah padarth bhai chamke kshetra dwara aakarshit kiye jaate hain inka vyavhar phir se chamke kshetra se theek hi ulta hota hai aur pancham ke padarth hote hain tungsten haramoniyam oxygen hatya di आपका प्रसन्न है चमके तथा प्रति चमके पदार्थों के बीच क्या अंतर है हमें चमके पदार्थों का बैग

चुम्बकीय प्रवृत्ति धनात्मक है

हेलो दोस्तों इस प्रश्न में हमें दिया है चुंबकीय प्रवृत्ति धनात्मक है इसके लिए हमें चार विकल्प दिए हैं पहला दिया है पैरा मैग्नेटिक पदार्थ के लिए दूसरा दी है फेरोमैग्नेटिक पदार्थ के लिए दूसरा दिया फिर यह चुंबकीय पदार्थ के लिए और अगला दिया डायमैग्नेटिक पदार्थ के लिए सबसे पहले हम चुंबकीय प्रवृत्ति को देखते हैं जो चुंबकीय प्रवृत्ति होती है जब हम किसी पदार्थ को इनमें से कोई परेशान है हम लेते हैं उसे हम चुंबकीय क्षेत्र एच में रख देते हैं तो उसमें जो उत्पन्न चुंबकीय तीव्रता है यह इन चुंबकत्व था तथा चुंबकीय क्षेत्र के अनुपात को चुंबक की प्रवृत्ति कहते हैं जैसे हम कोई पदार्थ ले ले इसी हम किसी चुंबकीय क्षेत्र एच में रख देते हैं तो इसमें जो उत्पन्न चुंबकीय तीव्रता कुछ आई होती है तो इसके जो अनुपात है साईं और एच क्यों को हम चुंबकीय प्रवृत्ति कहते हैं तो सबसे पहले देखते हैं हम यह में अहमदिया है पैरा मैग्नेटिक अर्थात अनु चुंबकीय पदार्थ अनु चुंबकीय पदार्थ पदार्थ होते हैं जब किसी चुंबकीय क्षेत्र में हम उसे रखने पर इसमें धनात्मक चुंबकत्व किरण करता है अर्थात यह चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में अल्प चुंबकीय हो जाता है तो इसका जो चुंबकीय प्रवृत्ति होगी वह धनात्मक हो गई दूसरा देखते हैं पैरों पैरों मैग्नेटिक को तुझे फेरोमैग्नेटिक अर्थात होता है लौह चुंबकीय तुला चुंबकीय पदार्थ से पदार्थ होते हैं एक चुंबकीय क्षेत्र की दिशा में रखने पर उस दिशा के अनुरूप इसमें यह प्रबल चुंबकत्व ग्रहण करता है तो इसका भी क्यों चुंबकीय प्रवृत्ति जो होगी यह भी धनात्मक होगी तीसरा देखते हैं और चुंबकीय पदार्थों और चुंबकीय पदार्थों को चुंबकीय क्षेत्र में रखने पैसे किसी प्रकार का चुंबकत्व का गुण नहीं आता तो उसमें चुंबकत्व की प्रवृ...

चुम्बकीय प्रवृत्ति (Magnetic susceptibility)

Table of Contents • • • • • • चुम्बकीय प्रवृत्ति – किसी पदार्थ में उत्पन्न चुंबकीय तीव्रता I और चुंबकन क्षेत्र H के अनुपात को उस पदार्थ की चुंबकीय प्रवृत्ति कहते हैं । इसे χ (काई ) से प्रदर्शित करते हैं । इस प्रकार चुंबकीय प्रवृत्ति χ = I/H इसका कोई मात्रक नहीं होता। यह एक विमाहीन राशि है । चुंबकीय प्रवृत्ति किसी पदार्थ का वह गुण है जो हमें यह बतलाता है कि किसी पदार्थ को कितनी आसानी से चुम्बकित किया जा सकता है। चुंबकन क्षेत्र (Magnetising field)- जिस चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय पदार्थ को रखने पर वह चुंबकिट हो जाता है, उस चुंबकीय क्षेत्र को चुंबकन क्षेत्र कहते हैं । इस क्षेत्र की तीव्रता को H से प्रदर्शित किया जाता है इसका SI मात्रक एंपियर प्रतिमीटर तथा CGS मात्रक ऑर्स्टेड (Overrated) है । 1ओर्स्टेड = 80 ऐम्पियर /मीटर चुंबकीय फ्लक्स घनत्व या चुंबकीय प्रेरण (Magnetic flux density) – जब किसी चुंबकीय पदार्थ को किसी चुम्बकन क्षेत्र H में रखा जाता है तो वह पदार्थ भी चुम्बकित हो जाता है। इस स्थिति में पदार्थ के अंदर दो कारकों से बल रेखाएं उपस्थित रहती हैं – पहला – पदार्थ के चुम्बकित होने से उसमें उत्पन्न चुंबकत्व के कारण और दूसरा – चुंबकन क्षेत्र H के कारण । इन दोनों कारणों से पदार्थ के अंदर किसी बिंदु पर परिणामी तीव्रता को चुंबकीय फ्लक्स घनत्व या चुंबकीय प्रेरण कहते हैं। इसे B से प्रदर्शित करते हैं । इसका SI मात्रक टेसला या वेबर प्रति मीटर 2 या न्यूटन प्रति एंपीयर मीटर है तथा CGS मात्रक गॉस (संंकेेेतG) हैं। 1 टेसला =10 -4 गॉस । चुम्बकन तीव्रता (Intensity of magnetisation) – चुंबकन क्षेत्र में स्थित किसी चुंबकीय पदार्थ के प्रति एकांक आयतन में प्रेरित चुंबकीय आघूर्ण को चुंबकन तीव्...

प्रति चुम्बकीय पदार्थ , अनुचुम्बकीय पदार्थ , लौह चुम्बकीय types of magnetic substances – 11th , 12th notes In hindi

1. प्रति चुम्बकीय पदार्थ (Magnetic substances):- यह ऐसे पदार्थ हैं जो चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर बाहरी चुम्बीय क्षेत्र के विपरित दिशा में चुम्बकृीत हो जाते है। इनमें अधिक चु0 क्षेत्र से कम चु0 क्षे. की ओर न्यून बल लगता है यानि कि छड़ चुम्बक के द्वारा अल्प बल से प्रतिकर्षित होते है। जैसे कि पारा सिसा (लेड) ताबा, नमक, पानी, नाइट्रोजन आदि। इनकी व्याख्या समझाने के लिए यह गुण उन पदार्थों में पाया जाता है जिनके परमाणु का कुल चुम्बकीय आधूर्ण शून्य होता है। जब इनको बाहरी चु0 क्षेत्र में रखते है तो 1मप पर बल केे केन्द्रक की ओर जबकि दूसरे मप पर बल केन्द्रक से बाहर की ओर लगता है अतः अभिकेन्द्रीय बल में परिवर्तन होने से एक मप के वेग में वृद्वि तो दूसरे मप के वेग में कमी हो जाती है। अतः परमाणु का चु0 आधूर्ण अब शून्रू नही है। और लेन्ज के नियम से यह प्रेरित चु0 आधूर्ण बाहरी चु. क्षेत्र के विपरित दिशा में होता है। यहि कारण है कि यह चु0 क्षे. में प्रतिकर्षित होते है। 2. अनुचुम्बकीय पदार्थ (Antenatal magnetic material):- यह ऐसे पदार्थ है जो छड़ चुम्बक के द्वारा न्यून बल से आकर्षित होते है। चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में चुम्बकित हो जाते है। इन पर कम चु. क्षेत्र से अधिक चु. क्षेत्र की ओर बल लगता है जैसे कि एल्यूमिनियम, सोडियम, Ca , O etc. व्याख्या– यह गुण उन पदार्थ में पाया जाता है जिनके अणु में स्वंभ का चु. आधूर्ण होता है। प्रत्येक अणु एक छड़ चुम्बक की तरह व्यवहार करता है। जिन्हें आण्विक चुम्बक कहते है। साधारणतयः इसी पदार्थ में ये आण्विक चुम्बक यवृच्छ रूप में होते है। अतः पूरे पदार्थ का चु0 आधूर्ण शून्य होता है जब ऐसे पदार्थ को बाहरी चुम्बकीय क्षेत्र में रखते हैं त...