पाकिस्तान और भारत का विभाजन

  1. 14 और 15 अगस्त (भारत
  2. पाकिस्तान या भारत का विभाजन
  3. भारत पाकिस्तान विभाजन का इतिहास, मुख्य कारण, आर्थिक प्रभाव, गुनहगार, पाकिस्तान में हिन्दू मंदिर कितने है !!
  4. दामाद है वो पाकिस्तान का.. गदर 2 का टीजर जारी
  5. भारत का विभाजन
  6. 'मोदी के भारत से कारोबार मुमकिन नहीं...', पाकिस्तान की मंत्री हिना रब्बानी खार ने क्यों दिखाई अकड़?


Download: पाकिस्तान और भारत का विभाजन
Size: 63.54 MB

14 और 15 अगस्त (भारत

We and our partners use cookies to Store and/or access information on a device. We and our partners use data for Personalised ads and content, ad and content measurement, audience insights and product development. An example of data being processed may be a unique identifier stored in a cookie. Some of our partners may process your data as a part of their legitimate business interest without asking for consent. To view the purposes they believe they have legitimate interest for, or to object to this data processing use the vendor list link below. The consent submitted will only be used for data processing originating from this website. If you would like to change your settings or withdraw consent at any time, the link to do so is in our privacy policy accessible from our home page.. कई वर्षों की गुलामी तथा उत्पीड़नाओं के सहने के बाद अग्रेजों की गुलामी से भारत आजाद हो पाया। आजादी की इस जंग में ना जाने कितने ही लोगों ना अपनी जान की कुर्बानी दी, जिसके बाद आज हम लोग आजाद देश में जीवन जी पा रहे हैं। लेकिन आज के समय आप भारत और पाकिस्तान देशों को अलग अलग देशों के रूप में जानते हैं वह आजादी से पहले एक देश था। दरअसल जब भारत को आजादी नहीं मिली थी, तब पाकिस्तान भी भारत का ही एक अभिन्न अंग था। जिसके चलते उस समय उस समय पाकिस्तान के निवासी भी भारतीय ही कहलाते हैं। साथ ही आजादी की लड़ाई भी सब ने साथ में लड़ी थी। लेकिन आजादी के बाद यह दोनों अलग अलग देशों में विभाजित हो गए। प्रस्तावना भारत – पाकिस्तान के विभाजन को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 में उल्लिखित किया गया था और इसके परिणामस्वरूप...

पाकिस्तान या भारत का विभाजन

पाकिस्तान या भारत का विभाजन | Pakistan Ya Bharat Ka Vibhajan Hindi PDF Book पुस्तक के बारे में विस्तृत जानकारी इस हिंदी पुस्तक का नाम पाकिस्तान या भारत का विभाजन | Pakistan Ya Bharat Ka Vibhajan Hindi PDF Book है और इस पुस्तक के लेखक का नाम Dr. B. R. Ambedkar है। यह पुस्तक PDF फॉर्मेट में उपलब्ध है जिसका साइज 156.0 MB है और आप इसे नीचे दिए हुए लिंक से मुफ्त में डाउनलोड भी कर सकते हैं। इस पुस्तक में कुल 523 पृष्ठ हैं। The Name of this Book is पाकिस्तान या भारत का विभाजन | Pakistan Ya Bharat Ka Vibhajan Hindi PDF Book and this Book is written by Dr. B. R. Ambedkar. The size of this book is 156.0 MB and if you want to read or download this PDF ebook in Hindi just click on the given link below and download this PDF Book which has 523 Pages and comes in History category. Details of this Book पुस्तक की श्रेणी (Book Category): लेखक का नाम (Author Name): पुस्तक का साइज (Size of Book): 156.0 MB पृष्ठ संख्या (Total Pages of Book): 523

भारत पाकिस्तान विभाजन का इतिहास, मुख्य कारण, आर्थिक प्रभाव, गुनहगार, पाकिस्तान में हिन्दू मंदिर कितने है !!

सूची • • • भारत पाकिस्तान विभाजन का इतिहास !! दोस्तों नमस्कार, आज के आलेख में हमको भारत- पाकिस्तान के विभाजन का इतिहास , भारत पाकिस्तान विभाजन के मुख्य कारण, भारत-पाकिस्तान के विभाजन से हुए आर्थिक प्रभाव , भारत पाकिस्तान विभाजन मुख्य गुनहगार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे । भारत देश का विभाजन सबसे पहले माउंटबेटन नामक योजना के अनुसार भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 के आधार पर हुआ था। इस अधिनियम के तहत यह निर्धारित हुआ था कि 15 अगस्त 1947 के बाद से भारत में पाकिस्तान दो अलग देश होंगे। सन 1947 के बाद से भारत और पाकिस्तान दोनों देश स्वयं निवेशी अर्थात अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने वाले दो अलग अधिराज्य होंगे और ब्रिटिश सरकार दोनों देशों को अपनी- अपनी सता को देंगे। इसके बाद 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान गणराज्य के अंदर स्वतंत्रता दिवस तथा भारत के अंदर 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की स्थापना की गई। ब्रिटिश सरकार ने भारत के अंदर बंगाल प्रांत को पूर्वी पाकिस्तान में और भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में बांट दिया था और इसी प्रकार से भारत के पंजाब प्रांत को पश्चिमी पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और भारत के पंजाब राज्य में बांट दिया था । इन दोनों के साथ साथ नेम ब्रिटिश सरकार ने श्रीलंका और मयांमार को भी अलग कर दिया था। 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि से ही भारत और पाकिस्तान दो अलग कानून वाले देश बन चुके थे। परंतु पाकिस्तान के अंदर तो 15 अगस्त से पहले यानी कि 14 अगस्त को ही संपूर्ण तैयारी कराची शहर के अंदर कर ली गई थी। इसीलिए तो भारत देश के अंदर 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है और पाकिस्तान के अंदर 14 अगस्त को । भारत और पाकिस्तान के विभाजन से करोड़ों लोग प्रभावित हुए जिनको हिंसा का सामना क...

दामाद है वो पाकिस्तान का.. गदर 2 का टीजर जारी

मुंबई: सनी देओल और अमीषा पटेल अभिनीत आगामी फिल्म गदर 2 का टीजर सोमवार को जारी किया गया। टीजर में सनी अपने तारा सिंह के किरदार में एक्शन करते नजर आ रहे हैं। टीजर 1971 की घटनाओं के साथ शुरू होता है। शुरूआत में एक महिला की आवाज आती है कि दामाद है वो पाकिस्तान का, उसे नारियल दो, टीका लगाओ, वर्ना इस बार दहेज में लाहौर ले जाएगा। गदर 2 का टीजर इशारा करता है कि कहानी वहीं से शुरू होती है जहां से गदर: एक प्रेम कथा खत्म हुई थी। सनी देओल ने कहा, गदर 2 अपने पहले पार्ट की कहानी को आगे बढ़ा रही है। भारत की सबसे पसंदीदा पारिवारिक फिल्मों में से एक को वापस लाने में सक्षम होना एक आशीर्वाद है। फिल्म हमेशा प्यार, साहस और देशभक्ति की एक प्रेरक कहानी होगी। आशा है कि दुनिया तारा और सकीना का फिर से खुले दिल से स्वागत करेगी। फिल्म में भारत के विभाजन और लोगों के जीवन पर इसके प्रभाव का चित्रण दर्शकों के साथ जुड़ा हुआ है। तारा और सकीना की देशभक्ति, प्रेम और बलिदान की कहानी ने 2001 में कई रिकॉर्ड तोड़ दिए और अब निर्माता फिल्म के दूसरे पार्ट के साथ दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए तैयार हैं। अमीषा पटेल ने कहा, गदर: एक प्रेम कथा मेरे जन्मदिन पर फिर से रिलीज हुई और मेरे लिए सबसे बड़ा तोहफा है। हमने महसूस किया कि फिल्म दर्शकों के दिलों में कितनी मजबूती से बस गई है। टीजर गदर 2 से तारा और सक्सेना की कहानी में एक नया अध्याय शुरू होता है और हमें पूरी उम्मीद है कि हम एक बार फिर अपने फैंस की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे। निर्देशक-निर्माता अनिल शर्मा द्वारा निर्देशित और जी स्टूडियो द्वारा निर्मित, गदर 2 11 अगस्त, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसक...

भारत का विभाजन

• • – • – काले और लाल बर्तन की संस्कृति (१३००–१००० ई.पू.) • – धूसर रंग के बर्तन की संस्कृति (१२००–६०० ई.पू.) • – उत्तरी काले रंग के तराशे बर्तन (७००–२०० ई.पू.) • – • • • तीन अभिषिक्त साम्राज्य (६०० ई.पू.-१६०० ई.) • • रोर राज्य (४५० ई.पू.–४८९ ईसवी) • शिशुनागा राज्य (४१३–३४५ ई.पू.) • • • • • • • महा-मेघा-वाहन राजवंश (२५० ई.पू.–४०० ईसवी) • • कूनिंदा राज्य (२०० ई.पू.–३०० ईसवी) • मित्रा राजवंश (१५० ई.पू.-५० ई.पू.) • • • कानवा राजवंश (७५–२६ ई.पू.) • हिन्द-स्क्य्थिंस राज्य (२०० ई.पू.–४०० ईसवी) • हिंद-पार्थियन राज्य (२१–१३० ईसवी) • • • भारशिव राजवंश (१७०-३५० ईसवी) • पद्मावती के नागवंश (२१०-३४० ईसवी) • हिंद-सासनिद् राज्य (२३०–३६० ईसवी) • • कालाब्रा राज्य (२५०–६०० ईसवी) • • • • • विष्णुकुंड राज्य (४२०–६२४ ईसवी) • • हुन राज्य (४७५–५७६ ईसवी) • • • • मौखरी राज्य (५५०–७०० ईसवी) • • • पूर्वी चालुक्यों राज्य (६२४–१०७५ ईसवी) • • • • • यादवों राज्य (८५०–१३३४ ईसवी) • • • • • • पूर्वी गंगा राज्य (१०७८–१४३४ ईसवी) • • ज़मोरीन राज्य (११०२-१७६६ ईसवी) • • • • टैमबापन्नी के राज्य (५४३–५०५ ई.पू.) • उपाटिस्सा नुवारा का साम्राज्य (५०५–३७७ ई.पू.) • अनुराधापुरा के राज्य (३७७ ई.पू.–१०१७ ईसवी) • रोहुन के राज्य (२०० ईसवी) • पोलोनारोहवा राज्य (३००–१३१० ईसवी) • दम्बदेनिय के राज्य (१२२०–१२७२ ईसवी) • यपहुव के राज्य (१२७२–१२९३ ईसवी) • कुरुनेगाल के राज्य (१२९३–१३४१ ईसवी) • गामपोला के राज्य (१३४१–१३४७ ईसवी) • रायगामा के राज्य (१३४७–१४१२ ईसवी) • कोटि के राज्य (१४१२–१५९७ ईसवी) • सीतावाखा के राज्य (१५२१–१५९४ ईसवी) • कैंडी के राज्य (१४६९–१८१५ ईसवी) • पुर्तगाली सीलोन (१५०५–१६५८ ईसवी) • डच सीलोन (१६५६–१७९६ ईसवी) • ब्रि...

'मोदी के भारत से कारोबार मुमकिन नहीं...', पाकिस्तान की मंत्री हिना रब्बानी खार ने क्यों दिखाई अकड़?

भारत के साथ कारोबार शुरू करने के सवाल पर पाकिस्तान की विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत की आक्रामक सरकार के साथ कारोबार शुरू करने की कोई गुंजाइश है. भारत में जो पार्टी और जो लोग सत्ता में हैं, उनकी समस्याओं को सुलझाने की कोई इच्छा नहीं है बल्कि इसके बजाए वे समस्याओं को बढ़ाना चाहते हैं. पाकिस्तान अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. उसका खजाना लगातार खाली होता जा रहा है. लेकिन फिर भी भारत को लेकर उसकी कड़वाहट कम होने का नाम नहीं ले रही. ऐसे में पाकिस्तान की विदेश राज्यमंत्री हिना रब्बानी खार ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के साथ खराब संबंधों की वजह से कारोबार की कोई संभावना नजर नहीं आती. पाकिस्तान की माली हालत के मद्देनजर भारत से संबंध सुधरने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार से पड़ोसी मुल्क को थोड़ी राहत मिल सकती थी. खार ने पॉलिटिको को दिए इंटरव्यू में कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को बहाल करने के लिए व्‍यापार शुरू करने की समर्थक थीं लेकिन भारत में एक हिंदू राष्‍ट्रवादी सरकार के साथ काम करना असंभव है. भारत की हिंदू राष्ट्रवादी सरकार के साथ कारोबार नहीं भारत के साथ कारोबार शुरू करने के सवाल पर खार ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत की आक्रामक सरकार के साथ कारोबार शुरू करने की कोई गुंजाइश है. भारत में जो पार्टी और जो लोग सत्ता में हैं, उनकी समस्याओं को सुलझाने की कोई इच्छा नहीं है बल्कि इसके बजाए वे समस्याओं को बढ़ाना चाहते हैं. भारत के साथ कारोबार शुरू करने के सवाल पर खार ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत की आक्रामक सरकार के साथ कारोबार शुरू करने की कोई गुंजाइश है. भारत में जो पार्टी और जो लोग सत्ता में हैं, उनकी...