कोणीय संवेग का सूत्र

  1. कोणीय संवेग की विमा क्या होती है बताइए ? कोणीय संवेग का विमीय सूत्र लिखिए – 11th , 12th notes In hindi
  2. Samveg ka Sutra
  3. कोणीय संवेग क्या है , परिभाषा , विमा , इकाई , मात्रक सूत्र (angular momentum in hindi)
  4. कोणीय संवेग का सूत्र और मात्रक क्या है?


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कोणीय संवेग की विमा क्या होती है बताइए ? कोणीय संवेग का विमीय सूत्र लिखिए – 11th , 12th notes In hindi

भौतिक विज्ञान 11 और 12 th में कोणीय संवेग की विमा क्या होती है बताइए ? कोणीय संवेग का विमीय सूत्र लिखिए : – उत्तर : कोणीय संवेग का विमा सूत्र = [M1L2T-1] प्रश्न : कोणीय संवेग का मात्रक क्या होता है ? उत्तर : भौतिक विज्ञान में अक्सर पूछा जाता है कि “कोणीय संवेग” का मात्रक किसे कहते हैं ? इसका सही उत्तर होगा = “kg m2/s” प्रश्न : कोणीय संवेग राशि का विमीय सूत्र और मात्रक क्या क्या होते हैं ? उत्तर : कोणीय संवेग का विमा सूत्र = [M1L2T-1] तथा कोणीय संवेग का मात्रक = kg m2/s प्रश्न : kg m2/s किसका मात्रक होता हैं ? उत्तर : kg m2/s , कोणीय संवेग का मात्रक होता है अर्थात kg m2/s का मात्रक = कोणीय संवेग प्रश्न : निम्नलिखित में से किसका विमीय सूत्र / विमा “[M1L2T-1]” होता है ? उत्तर : निम्न दिए गए में से कोणीय संवेग का विमीय सूत्र = [M1L2T-1] होता है | question : what is unit and dimensional formula of कोणीय संवेग in hindi ? answer : unit of कोणीय संवेग is = kg m2/s and also dimensional formula of कोणीय संवेग is = [M1L2T-1]

Samveg ka Sutra

Samveg ka Sutra संवेग का मात्रक ( Momentum Unit ) संवेग के मात्रक को कोई अलग नाम नहीं दिया गया है। इसकी मात्रक केवल (द्रव्यमान x वेग) के मात्रक में लिखी जाती है। इसलिए, CGS प्रणाली में संवेग की इकाई ‘ग्राम-सेमी/सेकंड’ है। इसे ‘डाइन-सेकंड’ के रूप में भी लिखा जा सकता है। एमकेएस प्रणाली में संवेग के मात्रक ‘किग्रा-मीटर/सेकंड’ है। इसे ‘न्यूटन-सेकंड’ के रूप में भी लिखा जा सकता है। संवेग एक सदिश राशि है और इसकी दिशा वेग की दिशा के समान होती है। संवेअग का उदहारण ( Example of Momentum ) संवेग को समझने के लिए एक उदाहरण लेते हैं – मान लीजिए हमारे पास कैरम बोर्ड पर दो टुकड़े हैं, एक बड़ा और एक छोटा। यदि हम दोनों को बारी-बारी से एक ही बल से उँगलियों की सहायता से मारते हैं, तो हम देखते हैं कि बड़ा टुकड़ा छोटे टुकड़े की गति के समान गति से नहीं चलता है। इसी प्रकार, यदि भिन्न-भिन्न द्रव्यमान की दो वस्तुएँ समान वेग से गति कर रही हैं, तो उन्हें रोकने के लिए कम द्रव्यमान वाली वस्तु की तुलना में अधिक द्रव्यमान वाली वस्तु पर अधिक बल लगाना होगा। इस प्रकार, प्रेरक बल या रोक बल वस्तु के द्रव्यमान पर निर्भर करता है। अब मान लीजिए हम समान द्रव्यमान की दो क्रिकेट गेंदें लेते हैं और एक को अधिक वेग से और दूसरे को कम वेग से फेंकते हैं। हम देखेंगे कि उच्च वेग से आने वाली गेंद को रोकने के लिए उस पर अधिक बल लगाना होगा और कम वेग से आने वाली गेंद पर कम बल लगाना होगा। अतः यह स्पष्ट है कि किसी वस्तु की विराम अवस्था या गति को बदलने के लिए आवश्यक बल वस्तु के द्रव्यमान और वेग दोनों पर निर्भर करता है। FAQs –

कोणीय संवेग क्या है , परिभाषा , विमा , इकाई , मात्रक सूत्र (angular momentum in hindi)

“किसी गतिशील कण जिसका वेग v है तथा द्रव्यमान m है तो उसका रेखीय संवेग का मान p = mv होता है। ” कोणीय संवेग: जब कोई पिण्ड किसी अक्ष के परित: घूम रहा हो अर्थात माना एक कण जो घूर्णन गति कर रहा है उसका रेखीय संवेग p है तथा इस कण का स्थिति सदिश r है तो इस कण के कोणीय संवेग को निम्न सूत्र द्वारा प्रदर्शित किया जाता है – कोणीय संवेग = रेखीय संवेग x स्थिति सदिश कोणीय संवेग (L) = p x r यह p = रेखीय संवेग है जिसका मान , p = mv होता है जो हमने ऊपर ज्ञात किया है। सूत्र में p = mv रखने पर कोणीय संवेग का सूत्र – कोणीय संवेग (L) = mv x r कोणीय संवेग एक 2T -1] होती है। कोणीय संवेग को निम्न प्रकार भी परिभाषित किया जा सकता है – किसी पिण्ड के जडत्व आघूर्ण और माना किसी पिण्ड का जड़त्व आघूर्ण का मान I है और इस पिंड का कोणीय वेग w है तो इस पिण्ड का कोणीय संवेग का मान निम्न सूत्र द्वारा दी जाती है – कोणीय संवेग (L) = I x w कोणीय संवेग का 2-सेकंड -1होता है। कोणीय संवेग : किसी कण का बिन्दु के परित: कोणीय संवेग: L = r x P L = rpsinθ अथवा |L| = r ⊥x P अथवा |L| = P ⊥x r यहाँ P = कण का रेखीय संवेग r = बिंदु O , जिसके परित: कण का कोणीय संवेग ज्ञात करना है। θ = सदिश r और P के मध्य का कोण r ⊥= बिंदु O से कण की गति की दिशा के मध्य की लम्बवत दूरी। P ⊥= r के लम्बवत संवेग का घटक कोणीय संवेग का SI मात्रक Kg.m 2/sec. होता है। प्रश्न : एक m द्रव्यमान का कण बिंदु (o,d) से गति प्रारंभ करके नियत वेग u i से गति कर रहा है तो इस क्षण कण का मूल बिंदु के सापेक्ष कोणीय संवेग ज्ञात करो ? कुछ समय पश्चात् उत्तर क्या होगा ? उत्तर : L = – m d u k , इसकी दिशा हमेशा दक्षिणावर्त रहती है। प्रश्न : m द्रव्यमान का कण क्षैतिज से θ क...

कोणीय संवेग का सूत्र और मात्रक क्या है?

Table of Contents Show • • • • • • • • • • • • • • • संवेग क्या है? “किसी वस्तु का संवेग उसके द्रव्यमान तथा वेग के गुणनफल के बराबर होता है।” संवेग की परिभाषा: किसी भी वस्तु के द्रव्यमान और उसके वेग के गुणनफल को ही संवेगकहते हैं । यानी कि किसी भी वस्तु का द्रव्यमान और वेग दोनों को आपस में गुणा कर दिया जाए तब उस वस्तु का संवेग ( samveg ) प्राप्त हो जाता है । samveg एक सदिश राशि है । सदिश राशि का परिमाण और दिशा दोनों होता है । इसी तरह से संवेग का भी परिमाण और दिशा दोनों होता है। संवेग एक सदिश राशि है, जिसको अंग्रेजी के अक्षर ‘P’ द्वारा प्रदर्शित किया जाता है, और इसकी दिशा वेग के समान होती है। संवेग = द्रव्यमान × वेग P =m x v जहां, P = संवेग m = वस्तु का द्रव्यमान n = वस्तु का वेगकार संवेग का मात्रक क्या है? संवेग में दिशा और परिमाण दोनों होते हैं। इसकी दिशा वेग की दिशा के समान है, संवेग की SI इकाई किलोग्राम-मीटर प्रति सेकंड (kg.ms-1) है। संवेग संरक्षण क्या है? संवेग का संरक्षण भौतिकी का एक प्रमुख नियम है जिसमें कहा गया है कि यदि कोई बाहरी बल प्रणाली पर कार्य नहीं कर रहे हैं तो किसी निकाय का संवेग स्थिर रहता है। यह न्यूटन के प्रथम नियम या जड़त्व के नियम में सन्निहित है। संवेग के संरक्षण के नियम की उदारतापूर्वक प्रयोग द्वारा पुष्टि की जाती है और इसे गणितीय रूप से उचित अनुमान पर भी निकाला जा सकता है कि अंतरिक्ष एक समान है। संवेग संरक्षण का सूत्र क्या है? संवेग संरक्षण के नियम का सूत्र है – p=p’ या m1v1+m2v2=m1v1’+m2v2′ संवेग का सूत्र क्या है? संवेग का सूत्र है – p = mv • p = गति (momentum) • m = द्रव्यमान (mass) • v = वेग (velocity) संवेग ऑपरेटर क्या है? संवेग संवाहक रैखिक संवेग...