कल ग्रहण है क्या

  1. First Lunar Eclipse 2021 Date And Time: Tomorrow First Chandra Grahan Of The Year, Time, Sutak Kaal And Beliefs Related To Food And Drink
  2. Chandra Grahan 2022 November 8 Know Lunar Eclipse Start Time Sutak Kaal In India Delhi Guwahati Kolkata Patna
  3. Chandra Grahan 2023: साल 2023 मे चंद्र ग्रहण कब और कहाँ लगेंगे
  4. सूर्य ग्रहण कल, जानें कहां
  5. chandra grahan lunar eclipse 2023 effects
  6. Surya Grahan 2023: कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण? जानें डिटेल
  7. कल लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानिए क्या करें क्या ना करें


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First Lunar Eclipse 2021 Date And Time: Tomorrow First Chandra Grahan Of The Year, Time, Sutak Kaal And Beliefs Related To Food And Drink

Chandra Grahan 2021: कल लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानें समय, सूतक काल और खाने-पीने से जुड़ी मान्यताएं First Lunar Eclipse 2021 Date And Time: साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई यानि कल लगेगा. कल बैसाख माह की पूर्णिमा भी है और चंद्रग्रहण भी लगेगा. आपको बता दें कि ये साल का पहला चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा, इसमें सूतक काल प्रभावी नहीं होगा. ग्रहण काल में अपने ईष्ट देव की पूजा अर्चना करना शुभ माना जाता है. पूर्वी एशिया, प्रशांत महासागर, उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका के ज्यादातर हिस्सों में और आस्ट्रेलिया में पूर्ण चंद्र ग्रहण नजर आएगा. लेकिन यह भारत के अधिकांश भाग में पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान क्षितिज के नीचे रहेगा. इस लिए यहां पूर्ण चंद्र ग्रहण नजर नहीं आएगा. मगर पूर्वी भारत के कुछ भागों के लोग आंशिक चंद्र ग्रहण का आखिरी भाग देख सकेंगे. इसे अरुणाचल प्रदेश, असम, नागालैंड,मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिमी बंगाल में देखा जा सकेगा. चंद्रग्रहण पर खाने-पीने से जुड़ी मान्यताएंः (Assumptions Related To Food And Drink On Lunar Eclipse) 1. साल का पहला चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण होने के कारण सूतक काल प्रभावी नहीं होगा. लेकिन गर्भवती स्त्रियां पूरी सावधानी बरतें. 2. वे लोग जो बीमार हैं या जो बुजुर्ग हैं उन्हें इस दौरान उपवास नहीं करना चाहिए. लेकिन वे इस दौरान हल्का सात्विक 3. इस दौरान खाने में आप मेवे ले सकते हैं. यह कम मात्रा में खाने पर भी शरीर को पूरी एनर्जी देंगे. 4. माना जाता है कि ग्रहण के दौरान खाने और पानी पीने से भी बचना चाहिए. अगर आप बीमार हैं या आप गर्भवती हैं तो आप हल्का गर्म पानी पी सकते हैं. 5. माना जाता है कि ग्रहण 6. माना जाता है कि कुछ लोग पूरे ग्रहण के दौरान व्रत रख...

Chandra Grahan 2022 November 8 Know Lunar Eclipse Start Time Sutak Kaal In India Delhi Guwahati Kolkata Patna

Chandra Grahan 2022: साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 8 नवंबर 2022 को है. इस दिन कार्तिक की पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती भी है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती, जिससे सूर्य की किरणें चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती. इसी खगोलीय घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है. पचांग के अनुसार यह पूर्ण चंद्र ग्रहण भारत के कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में दिखाई देगा. भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा. चंद्र ग्रहण के दौरान ग्रहण से पूर्व तीन प्रहर के लिए यानी की 9 घंटे पहले से ही सूतक लग जाता है. आइए जानते हैं भारत में आपके शहर में कब लगेगा चंद्र ग्रहण और क्या है सूतक काल का समय. आपके शहर में कब लगेगा चंद्र ग्रहण-सूतक काल ? (Chandra Grahan 2022 in India) दिल्ली • चंद्र ग्रहण - शाम 05.32 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 09.21 - शाम 06.18 कोलकाता • चंद्र ग्रहण - शाम 04.56 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 08.32 - शाम 06.18 मुंबई • चंद्र ग्रहण - शाम 06.05 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 08.45 - शाम 06.18 रांची • चंद्र ग्रहण - शाम 05.07 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 09.32 - शाम 06.18 पटना • चंद्र ग्रहण - शाम 05.05 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 08.47 - शाम 06.18 गुवाहाटी • चंद्र ग्रहण - शाम 04.37 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 05.36 - शाम 06.18 अहमदाबाद • चंद्र ग्रहण - शाम 06.00 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 09.36 - शाम 06.18 जयपुर • चंद्र ग्रहण - शाम 05.41 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 09.26 - शाम 06.18 लखनऊ • चंद्र ग्रहण - शाम 06.00 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 09.36 - शाम 06.18 चंडीगढ़ • चंद्र ग्रहण - शाम 05.20 - शाम 06.18 • सूतक - सुबह 09.05 - शाम 06.18 भोपाल • चंद्र ग्रहण - शाम 05.40 - ...

Chandra Grahan 2023: साल 2023 मे चंद्र ग्रहण कब और कहाँ लगेंगे

चंद्र ग्रहण 2023 चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) भी सूर्य ग्रहण की ही तरह घटने वाली एक अनोखी खगोलीय घटना है। वैज्ञानिक रूप से तो इसका महत्व होता ही है लेकिन पौराणिक रूप से इसके धार्मिक व ज्योतिषीय महत्व भी हैं। सामाजिक तौर पर भी ग्रहण शब्द नकारात्मक रूप में इस्तेमाल किया जाता है। लोक भाषा में ग्रहण लगने का अर्थ हानि होने से लिया जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार भी मान्यताएं हैं कि ग्रहण काल के जीव जगत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। कब व कैसे लगता है चंद्र ग्रहण? विज्ञान मानता है कि पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है और चंद्रमा पृथ्वी की ऐसे में एक बिंदू ऐसा भी आता है जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य तीनों एक सीध में होते हैं। जब चंद्रमा बीच में हो और वह सूर्य को ढ़क रहा हो तो सूर्य ग्रहण लगता है लेकिन जब पृथ्वी सूर्य व चंद्रमा के बीच हो तो वह चंद्रमा को ढ़क लेती है जिस कारण चंद्र ग्रहण लगता है। लेकिन पौराणिक ग्रंथों में सूर्य और चंद्रमा को ग्रहण लगने की वजह राहू-केतु माने जाते हैं। माना जाता है राहू स्वरभानू नाम का एक दैत्य था। क्षीर सागर मंथन के पश्चात जब मोहिनी रूप में भगवान विष्णु देवताओं को अमृतपान करवा रहे थे तो स्वरभानू को यह संदेह हो गया कि भगवान विष्णु दैत्यों के साथ छल कर देवताओं को ही अमृतपान करवा रहे हैं। ऐसे में वह देव रूप धारण कर देवताओं की कतार में बैठ गया। लेकिन वह अमृत की बूंद अपने गले से नीचे उतार पाता उससे पहले ही सूर्य व चंद्रमा ने उसके रहस्य को उजागर कर भगवान विष्णु को सूचित कर दिया जिससे विष्णु जी ने तुरंत अपने सुदर्शन चक्र से स्वरभानू का सिर उसके धड़ से अलग कर दिया लेकिन अमृत पान करने की वजह से उसके सिर व धड़ दोनों जीवित रहे। सिर को राहू कहा गया और धड़ वाला भा...

सूर्य ग्रहण कल, जानें कहां

कोलकाताः साल का पहला सूर्य ग्रहण कल यानी 30 अप्रैल की मध्यरात्रि को लगने वाला है। सूर्य ग्रहण को वैदिक ज्योतिष में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, ये ग्रहण वैशाख मास की अमावस्या तिथि को घटित होगा। नासा के अनुसार, 30 अप्रैल के ग्रहण के दौरान, सूर्य की बिम्ब का 64 प्रतिशत हिस्सा चंद्रमा से अवरुद्ध हो जाएगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण कल और दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर, 2022 को लगेगा। नासा के अनुसार, सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और पृथ्वी पर छाया डालता है। इस अवस्था में वो सूर्य के प्रकाश को पूरी तरह या आंशिक रूप से ढक लेता है. आंशिक ग्रहण के दौरान, चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता है। इसकी वजह से सूर्य अर्धचंद्राकार आकार में नजर आता है। आंशिक ग्रहण होने की वजह से चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी एक पूर्ण सीधी रेखा में नहीं होंगे। चन्द्रमा अपनी छाया का केवल बाहरी भाग ही सूर्य पर डालेगा, इसे उपछाया भी कहा जाता है।

chandra grahan lunar eclipse 2023 effects

ज्योतिषाचार्य हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि साल के पहले चंद्र ग्रहण का भारत में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। शुक्रवार को रात करीब 8 बजकर 44 मिनट चंद्र ग्रहण की मध्यम छाया की शुरूआत होगी, जो रात्रि 1 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी। इसे ग्रहण की मान्यता प्राप्त नहीं है। चंद्रमा केवल पृथ्वी की उपछाया में से गुजरता है। उसकी छाया मामूली सी महसूस होती है। इस ग्रहण को सूतक पातक दोष मानने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह ग्रहण रूस, कजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान , जर्मन, अफ्रीकी महाद्वीप, पाकिस्तान, चीन , नेपाल, मंगोलिया,ऑस्ट्रेलिया अंटार्टिका के मध्य के देशों दिखेगा। भारत में भी दिखेगा परंतु यह एक उपछाई चंद्रग्रहण है। इस ग्रहण से संबन्धित वेद, सूतक, स्नान, दान, पुण्य, कर्म नियम आदि कहीं भी मान्य नहीं होंगे। इससे किसी भी पुरुष महिलाओं को डरने की जरूरत नहीं है। इस ग्रहण का कोई दुष्प्रभाव जीवन पर नहीं पड़ेगा।

Surya Grahan 2023: कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण? जानें डिटेल

• • Faith Hindi • Surya Grahan 2023: कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण? भारत में दिखेगा या नहीं! जानें डिटेल Surya Grahan 2023: कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण? भारत में दिखेगा या नहीं! जानें डिटेल Surya Grahan 2023 Date and Timing: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहण को एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना माना गया है. ग्रहण से जुड़े कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है. Surya Grahan 2023 Date and Timing: सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण दोनों को ही काफी महत्वपूर्ण माना गया है और ज्योतिष शास्त्र में यह एक अहम खगोलीय घटना है. जिस पर दुनियाभर के ज्योतिषों व वैज्ञानिकों की नजर होती है. ( Second Surya Grahan 2023 Kab Hai) क्योंकि ग्रहों की चाल आपकी जिंदगी की गाड़ी की रफ्तार तय करती है. साल 2023 में पिछले दिनों ही पहला सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगा था जो कि दुनियाभर के कई देशों में दिखाई दिया. ( Surya Grahan 2023 Kab Hai) लेकिन दोनों में से कोई भी ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दिया. अब दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. जिसे लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं. आइए जानते हैं कब लगेगा साल का दूसरा सूर्य ग्रहण? भारत में दिखेगा या नहीं? साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में​ दिखाई नहीं दिया था और इस बार भी लोग जानना चाहते हैं कि दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में दिखेगा या नहीं? ऐसे में बता दें कि 14 अक्टूबर पर लगने वाला साल का दूसरा सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा. ऐसे में भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा. इन देशों में दिखेगा सूर्य ग्रहण साल का दूसरा सूर्य ग्रहण पश्चिमी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अटलांटिक, आर्कटिक, एंटीगुआ, जमैका, मैक्सिको, क्यूबा, कनाडा, अर्जेंटीना और ब्राजील में देखा जा ...

कल लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानिए क्या करें क्या ना करें

नई दिल्ली। वर्ष 2023 में 4 ग्रहण लगने वाले हैं। इनमें से 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण हैं। पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है। ये 20 अप्रैल को सूर्य ग्रहण लगा था, जो कि देश में दृश्य नहीं था। अब इस वर्ष का पहला चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है। ये चंद्र ग्रहण 5 मई शुक्रवार को वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा वाले दिन लगने जा रहा है। वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा भी कहते हैं। यह चंद्र ग्रहण तुला राशि और स्वाति नक्षत्र में लगेगा। यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। यह चंद्र ग्रहण रात 08 बजकर 44 मिनट से लेकर मध्य रात्रि करीब 01 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। ग्रहण धर्मानुसार अलग-अलग इसके बारे में लिखा गया है। लेकिन बस ये है इसको कभी भी देखना नहीं चाहिए। निगाह पर असर हो जाता है। ये तो पक्का है इफेक्ट इसका, साइड इफेक्ट कह लिजिए। कभी भी नहीं देखना चाहिए, क्या लेना है देखके, अगर देखना है तो, नीचे आप कोई ऐसी चीज रखें, जिसकी चमक ज्यादा न हो, उसमें से देख सकते हैं या फिर, हमे लगता नहीं है कि देखना कोई जरूरी है, और कुछ कोई डर मत रखा करो, कुछ नहीं होने वाला है इससे, वो एक चलता रहता है कुदरत का अपना सिस्टम है, उसके अकोरडिंग वो किसी को कुछ नहीं कहता। आप नेगेटिव माइंड में सोचेंगे तो वैसा ही हो जाता है, ज्यादातर उस तरह के आप अपने अंदर सोच चुके हैं, और अपने अंदर माइंड बहुत कुछ बना देता है। Janta Se Rishta is a leading company in Hindi online space. Launched in 2013, jantaserishta.com is the fastest growing Hindi news website in India, and focuses on delivering around the clock Local,national and international news and analysis, business, sports, technology entertainment, lifestyle and astrology.