84 कुटिया ऋषिकेश

  1. बीटल्स ग्रुप को जहां मिली आध्यात्मिक शांति, वो चौरासी कुटिया बनेगी ईको डेस्टिनेशन, chaurasi kutia of rishikesh will be converted into eco destination
  2. अतिशीघ्र भव्य रूप में नजर आएगी 84 कुटिया
  3. 84 कुटिया को बनाया जाएगा इको टूरिज्म जोन
  4. चौरासी कुटिया पर्यटन विभाग को सौंपने को महाराज ने पीएम को लिखा पत्र – गढ़ संवेदना


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बीटल्स ग्रुप को जहां मिली आध्यात्मिक शांति, वो चौरासी कुटिया बनेगी ईको डेस्टिनेशन, chaurasi kutia of rishikesh will be converted into eco destination

ऋषिकेश स्थित चौरासी कुटिया आश्रम को धामी सरकार ईको डेस्टिनेशन बनाने जा रही है. हाल ही में वन मंत्री सुबोध उनियाल समेत अन्य अधिकारियों ने आश्रम का निरीक्षण किया था और इसको ईको डेस्टिनेशन बनाने के संबंध में चर्चा की थी. पिछले कई वर्षों से इस क्षेत्र का तिरस्कार हो रहा था. वो भी तब जब देश-विदेश से योग के चाहने वालों के लिए ये स्थान पसंदीदा रहा है. देहरादून: योग की राजधानी ऋषिकेश हिंदुस्तानियों के साथ विदेशियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र रही है. यही कारण है कि पूरी दुनिया को ध्यान और योग सिखाने वाले ऋषिकेश में विदेशी सैलानियों का तांता लगा रहता है. ऋषिकेश स्थित चौरासी कुटिया भी ऐसा ही एक क्षेत्र है, जहां दुनिया भर के लोग पहुंचते हैं. लेकिन अब तक खंडहर में तब्दील हो रहा यह स्थल इको डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होने की तरफ बढ़ रहा है. योग के लिए ऋषिकेश का क्या महत्व है यह तो सभी जानते हैं, लेकिन पिछले सालों साल तक योग के दृष्टिकोण से दुनिया भर में पहचान रखने वाली चौरासी कुटिया को उत्तराखंड सरकार की तरफ से भुला दिया गया. यही कारण है कि चौरासी कुटिया का यह स्थान अपनी बदहाली देखने के लिए मजबूर है. यह हाल तब है जब ऋषिकेश स्थित चौरासी कुटिया योग और मेडिटेशन समेत विश्व प्रसिद्ध बैंड बीटल्स के चाहने वालों के लिए बेहद खास रही है. अब नए कलेवर में निखरने जा रही चौरासी कुटी. खंडहर में तब्दील हुई कुटिया और गुफाएं देखने के लिए भी लोग टिकट खरीदकर यहां पहुंचते हैं. यही नहीं, इन हालातों में भी वन विभाग अब तक इससे करोड़ों रुपए कमा चुका है. हालांकि, चौरासी कुटिया के बुरे हालात से उसे मुक्ति दिलाने के लिए अब वन विभाग कुछ गंभीर होता हुआ दिखाई दिया है. वन विभाग के मंत्री समेत विभागीय अधिकारियों ने ह...

अतिशीघ्र भव्य रूप में नजर आएगी 84 कुटिया

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : भावातीत योग के प्रणेता मर्हिष महेश योगी की तपस्थली 84 कुटिया शीघ्र ही भव्य रूप में नजर आएगी। वन मंत्री डॉ. हरक ¨सह रावत ने कहा कि ईको टूरिज्म कार्पोरेशन के जरिए इस क्षेत्र का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। तीन चरणों में होने वाले कार्य डिजाइन, आंगणन सबकुछ तैयार कर लिया गया है। 16 फरवरी 1968 को पश्चिम का मशहूर म्यूजिक बैंड ग्रुप बीटल्स 84 कुटिया में आए थे। अगले वर्ष 16 फरवरी को बीटल्स ग्रुप की पचासवीं वर्षगांठ है। 84 कुटिया में इसके लिए विशेष कार्यक्रम किए जाएंगे। वन मंत्री डॉ. हरक ¨सह रावत गुरुवार सायं 84 कुटिया पहुंचे। उन्होंने 84 कुटिया क्षेत्र का निरीक्षण करने के पश्चात विभाग के उच्चाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। वन मंत्री ने बताया कि प्रथम चरण में यहां दीवार का निर्माण, सौंदर्यीकरण, साफ-सफाई का काम दो माह में पूर्ण कर लिया जाएगा। तीन चरण में 84 कुटिया का जीर्णोद्धार होगा। ईको टूरिज्म कार्पोरेशन राजाजी पार्क के सहयोग से इस कार्य को पूर्ण करेगा। उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए डिजाइन, आंगणन सबकुछ तैयार हो चुका है। शनिवार को देहरादून में इस संबंध में अधिकारियों की आवश्यक बैठक भी बुलाई गई है। नगर पंचायत जौंक से सटे वह गांव जो पार्क क्षेत्र में आते हैं उन्हें लेकर वन मंत्री ने जनता से जुड़ी सुविधाओं के लिए कोई न कोई रास्ता निकाला जाएगा। नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जौंक की अध्यक्ष शकुंतला राजपूत ने वन मंत्री को मांगपत्र देकर वन ग्राम धोतिया में खड़जा निर्माण, स्वर्गाश्रम क्षेत्र में ट्रें¨चग ग्राउंड के लिए वन भूमि का हस्तांतरण, पाíकंग के लिए भूमि हस्तांतरण के साथ बैराज से चीला जाने वाले मार्ग की मरम्मत करने की मांग की। इस मौके पर मुख्य वन्य जीव प्रतिपाल...

84 कुटिया को बनाया जाएगा इको टूरिज्म जोन

अब अतिक्रमण पर सेटेलाइट से नजर आध्यात्म का मुख्य स्थान है 8ब् कुटिया ऋषिकेश में लक्ष्मण झूला के निकट ही यह क्षेत्र आध्यात्म के लिए भी जाना जाता है। यहां पर आने वाले वाले पर्यटकों में अधिकांश संख्या विदेशी पर्यटकों की ही रहती है। यह पर्यटक यहां पर रुककर आध्यात्म का ज्ञान भी लेते हैं। इस कारण यह स्थान विदेशी पर्यटकों के लिए मुख्य क ेंद्र है। कराया जाएगा डेवलपमेंट जायका से इस टूरिस्ट स्थल के सौंदर्यकरण के लिए एक करोड़ रुपए स्वीकृत हुए हैं, जो वन विभाग को मिले हैं। इस बजट से यहां पर ऐतिहासिक स्थलों का सौंदर्यकरण कराया जाएगा। साथ ही पर्यटकों के लिए रुकने की व्यवस्था को और अच्छा किया जाएगा। इसका मकसद इको पर्यटन को बढ़ावा देना है, साथ ही पर्यटक अधिक आएंगे तो सरकार का रेवेन्यु भ ी बढे़गा। महर्षि योगी और बीटल्स के लिए जानी जाती है जगह यह जगह गंगा का किनारा है। यहां पर बीटल्स आश्रम भी है। बीटल्स गु्रप आध्यात्मिक जागृति की खोज में भ्0 साल पहले भारत आया था। वह अपने संगीत में तब्दीली लाना चाहते थे। उन्होंने यहां पर महर्षि योगी के आश्रम में आध्यात्म का ज्ञान लिया और इसके अलावा योगा भी सिखा। इसी समय से इंटरनेशनल योगा भी शुरू हुआ और योगा विदेशों तक में पहुंचा। उस समय गु्रप के लोग इसी आश्रम मे ं रुके थे। इको टूरिज्म जोन में डेवलप होगी जगह वन विभाग इस जगह को इको टूरिज्म जोन में डेवलप करने की तैयारी कर रहा है। ताकि पर्यटकों की संख्या को बढ़ाया जा सके। सबकुछ ठीक रहा तो यहां पर फिर से बड़ी संख्या में पर्यटक देखे जा सकेंगे। वन विभाग फिलहाल इसके लिए प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है। वन विभाग के अधिकारियों की कमेटी इसके लिए लगभग पूरी तैयारी कर चुकी है। ---- पर्यटकों को बढ़ावा देना है मकसद इको टूरिज्म जो...

चौरासी कुटिया पर्यटन विभाग को सौंपने को महाराज ने पीएम को लिखा पत्र – गढ़ संवेदना

-कहा उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद को सौंपी जाए रख-रखाव की जिम्मेदारी देहरादून। विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के नाम से प्रसिद्ध योग नगरी ऋषिकेश के समीप स्थित चौरासी कुटिया आश्रम के रख रखाव की जिम्मेदारी उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद को दिए जाने के लिए प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है। प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेषित एक पत्र में लिखा है कि देवभूमि उत्तराखंड में स्थित प्रसिद्ध योग नगरी ऋषिकेश के आसपास अनेक ऐसे विश्व प्रसिद्ध स्थल हैं जिनकी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर के पर्यटन धरोहर के रूप में है। ऐसा ही एक स्थल चैरासी कुटिया आश्रम है जो ऋषिकेश के समीप स्वर्गाश्रम क्षेत्र विकासखंड यम्केश्वर जनपद पौड़ी गढ़वाल में स्थित है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में श्री महाराज ने कहा कि चैरासी कुटिया की स्थापना हेतु भूमि वन विभाग से लीज पर ली गई थी जो कि वर्ष 1998 तक आश्रम के अधीन रही। उन्होंने बताया कि चैरासी कुटिया में 130 दोमंजिल ध्यान कुटियायें व 84 आधुनिक ध्यान कुटिया पर्यटक निर्मित थी, जिस कारण इस आश्रम को चैरासी कुटिया के नाम से जाना जाता था। उत्तराखंड सरकार द्वारा वर्ष 2015 में आश्रम को पर्यटक को हेतु वर्तमान में वन विभाग द्वारा देश-विदेश के सैलानियों के लिए खोल दिया गया। सतपाल महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखें अपने पत्र में विश्व प्रसिद्ध द बीटल्स रॉक बैंड द्वारा फरवरी 1968 में ऋषिकेश की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि चैरासी कुटिया आश्रम बीटल्स की कर्मभूमि रही है। बीटल्स रॉक बैंड द्वारा ऋषिकेश में 48 गीत लिखे जो वाइट एलबम, एबी रोड एवं रेलो सबमरीन में संकल...